Friday, December 31, 2010

" दिल की आवाज ......"

ज़माना बदल रहा है खुद को बदलते रहिये
दिल एक  समंदर है डूबते निकलते रहिये
पर मानना है मेरा ये.....
दिले कब्र से बेहतेर है
चाहे जो दफ़न करते रहिये |"